This article will share Tum Guru Bano Main Chela Questions & Answers तुम गुरु बनो मैं चेला प्रश्न और उत्तर
पिछले पोस्टों में मैंने Do Laghu Kavitayen Mausam Par, Himalaya Darshan और Arjun Ka Moh Bhang के Questions & Answers शेयर किए हैं तो आप उसे भी चेक कर सकते हैं।
Tum Guru Bano Main Chela Questions & Answers तुम गुरु बनो मैं चेला प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1: गाँधी जी कहाँ नज़रबंद थे?
उत्तर: गाँधी जी पुणे के आगाख़ान महल में नज़रबंद थे।
प्रश्न 2: जेल में उन्हें कौन-सी बीमारी हो गई थी?
उत्तर: जेल में उन्हें मलेरिया हो गया था।
प्रश्न 3: गाँधी जी की पोती का क्या नाम था?
उत्तर: गाँधी जी की पोती का नाम मनु गाँधी था।
प्रश्न 4: मोची ने मनु से कितने पैसे माँगे? गाँधी जी ने पैसे कैसे चुकाए?
उत्तर: मोची ने मनु से आठ आने मांगे। गाँधी जी ने चप्पल स्वयं बनाई।
प्रश्न 5: क्या गाँधी जी चप्पल बनाना जानते थे? उन्होंने यह कला कहाँ सीखी थी?
उत्तर: हाँ, गाँधी जी चप्पल बनाना जानते थे। उन्होंने चप्पल बनानी अपने जर्मन मित्र कैलन बेक से सीखी।
प्रश्न 6: आगाख़ान महल गाँधी जी के लिए किस प्रकार दुखदायी था?
उत्तर: गाँधी जी का प्रिय सचिव महादेव देसाई चल बसे तथा उनकी पत्नी कस्तूरबा गाँधी की भी मृत्यु हो गई। ये दुखद घटनाएँ उनके साथ आगाख़ान महल में नज़रबंदी के दौरान हुई। इसी कारण आगाख़ान महल गाँधी जी के लिए दुखदायी था।
प्रश्न 7: गाँधी जी की बीमारी और कमज़ोरी से अंग्रेज़ सरकार क्यों घबरा गई?
उत्तर: अंग्रेज़ सरकार गाँधी जी की बीमारी से इसलिए घबरा गई क्योंकि उन्हें लगा कि यदि गाँधी जी जेल में ही चल बसे तो देश में विद्रोह हो जाएगा और उस विद्रोह की आग को बुझाना असंभव हो जाएगा।
प्रश्न 8: “मजूरी तय की या महात्मा गाँधी की जय” – इस बात का क्या आशय था?
उत्तर: इसका आशय यह है कि चप्पल बनाने के बदले मनु गाँधी ने पैसा तय किया या फिर बिना पैसे के ही चप्पल बनाने दे दी।
प्रश्न 9: मोची ने मनु बहन को चप्पल क्यों नहीं दी?
उत्तर: मोची को जब पता चला कि चप्पल गाँधी जी के हैं उसने मनु को चप्पल वापस देने से मना कर दिया। उसने कहा कि वह बिना पैसे के ही चप्पल बना देगा।
प्रश्न 10: गाँधी जी ने मोची के आठ आने कैसे चुकाए?
उत्तर: गाँधी जी ने मोची से कहा कि वह उन्हें चप्पल बनाना सिखाए। उन्होंने चप्पल सीखने के बहाने स्वयं अपनी चप्पलों की मरम्मत की। इस प्रकार गाँधी जी ने मोची के आठ आने चुकाए।
प्रश्न 11: गाँधी जी ने अपने कट्टर विरोधी जनरल स्मट्स को चप्पल भेंट की। इस तथ्य से उनके विषय में क्या पता चलता है?
उत्तर: गाँधी जी ने अपने कट्टर विरोधी जनरल स्मट्स को चप्पल भेंट की। इससे उनकी मिलनसार और सहृदयता की प्रवृत्ति का पता चलता है। गाँधी जी उन्हें अपना मित्र मानते थे।
प्रश्न 12: इस पाठ की विवध घटनाओं से गाँधी जी की निम्नलिखित विशेषताओं का पता चलता है –
1. गाँधी जी तन और मन दोनों से कमज़ोर हो चले थे।
उत्तर: अपने प्रिय सचिव और पत्नी की मृत्यु के दुख से गाँधी जी जेल में बीमार हो गए थे। वे तन और मन दोनों से कमज़ोर हो गए थे।
2. गाँधी जी कैसी भी परिस्थति में मजाक कर सकते थे।
उत्तर: जेल अधीक्षक कर्नल भंडारी ने जब उनकी रिहाई के बारे में बताया तो गाँधी जी ने कहा आप मज़ाक तो नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मज़ाक करते हुए कहा ‘मेरे रेल किराए का क्या होगा।’
3. गाँधी जी श्रम का महत्त्व व मोल जानते थे।
उत्तर: गाँधी जी ने अपनी टूटी हुई चप्पलों के स्वयं मरम्मत की, इससे उनके परिश्रमी होने का पता चलता है।
4. गाँधी जी स्वाभिमानी थे।
उत्तर: गाँधी जी ने मोची से जूते नहीं बनवाए क्योंकि उनके पास नहीं था। इसलिए उन्होंने स्वयं जूतों की मरम्मत की। इससे उनके स्वाभिमानी स्वभाव का पता चलता है।
5. गाँधी जी के मन में कोई भेदभाव नहीं था।
उत्तर: गाँधी जी ने मोची को अपने पास बैठाया और उसे अपना गुरु मानकर चप्पल बनाना सीखा। गाँधी जी सभी को समान मानते थे। उनके मन में कोई भेदभाव नहीं था।
6. गाँधी जी किसी को अपना शत्रु नहीं मानते थे।
उत्तर: गाँधी जी ने अपने कट्टर राजनीतिक विरोधी जनरल स्मट्स को चप्पल भेंट की। उनके मन में जनरल के प्रति कोई ईर्ष्या नहीं थी। वे सभी को अपना मित्र मानते थे।
प्रश्न 13: किसने, किससे कहा?
1. मेहरबानी करके अब फिर न आइएगा।
उत्तर: कर्नल भंडारी ने गाँधी जी से कहा।
2. मरम्मत के लिए मोची को दे आई हूँ।
उत्तर: मनु गाँधी ने गाँधी जी से कहा।
3. तुम मेरे गुरु बनो, मैं तुम्हारा चेला बनूँ।
उत्तर: गाँधी ने मोची जी से कहा।
4. यही तो मेरी पहली बोहनी है।
उत्तर: मोची ने मनु गाँधी से कहा।
तो ये थे Tum Guru Bano Main Chela Questions & Answers तुम गुरु बनो मैं चेला प्रश्न और उत्तर